MASAIL: ईद के मसाइलईद के दिन के कुछ मसाइल है (EID UL FITR MASAIL) भी हैजैसे:- जिस दिन ईद होती है उस दिन रोजा नहीं रख सकते है।ईद उल फ़ित्र की नमाज से पहले नफ़्ल नमाज़ नहीं होगी।जब तक मर्द की ईद की नमाज पूरी ना हो जायेतब तक औरत नफ़्ल या चास्त की नमाज़ नहीं अदा कर सकती।ईद की नमाज़ मुसाफिर पर बीमार पर अपाहिज पर बहुत ज्यादा बूढ़े आदमी पर औरतो पर वाजिब नहीं होती है।ईदउल फ़ित्र की नमाज शव्वाल की एक तारीख (चाँद पर निर्भर) को अदा किया जाता है।ईद आने से पहले मुस्लिम भाई बहन पुरे एक महीने का रोजा रखना, अल्लाह की इबादत, तरावीह की नमाज पढ़ना, सुबह में सेहरी क रना, शाम में इफ्तार करना इत्यादि करते है।
And who is better than to call people to Allah and advise them to do righteous deeds?
And do good deeds yourself and say, 'I am a Muslim,
' and good and evil cannot be equal.
So even if someone talks angrily, respond to it in a way that is very good.
By doing this you will see that the person who had enmity with you is your friend...